करम की गठरी लाद के

करम की गठरी लाद के, जग में फिरे इंसान,!! जैसा करे वैसा भरे, विधि का यही विधान,!! कर्म करे किस्मत बने, जीवन का ये मर्म,!! प्राणी तेरे भाग्य में, तेरा अपना कर्म!! ? सुप्रभात ? ? राधे राधे ?

हर चीज वही मिल जाती है

शुभप्रभात ? हर चीज वही मिल जाती है, जहाँ वो खोयी हो, लेकिन, विश्वास वहाँ कभी नही मिलता, जहाँ एक बार खो जाता है…. ?…? ????…? “”..जो कल था उसे भूलकर तो देखों..”” “”…जो आज है उसे जीकर तो देखों..”” “”आने वाला पल खुद “संवर” जायेगा”” ??शुभप्रभात ?? ??Good Mornings??