Mindblown: a blog about philosophy.
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उम्र से सम्मान जरुर मिलता है
?????? उम्र से “सम्मान” जरुर मिलता है, पर “आदर” तो केवल व्यवहार से ही मिलता है! जिन्दगी को जीओ, उसे समझने की कोशिश ना करो चलते वक्त के साथ चलो, वक्त को बदलने की कोशिश न करो…. दिल खोल कर सांस लो, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न करो….! कुछ बातें ईश्वर पर छोड़…
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सुप्रभातम् श्रीमद् भगवद्गीता श्लोक
??श्रीमद् भगवद्गीता श्लोक?? ?????????? दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः सुखेषु विगतस्पृहः । वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते ॥ ?????????? भावार्थ : दुःखों की प्राप्ति होने पर जिसके मन में उद्वेग नहीं होता, सुखों की प्राप्ति में सर्वथा निःस्पृह है तथा जिसके राग, भय और क्रोध नष्ट हो गए हैं, ऐसा मुनि स्थिरबुद्धि कहा जाता है॥ ?????????? आपका आज का दिन मंगलमय रहे।…
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मौहब्बत करो श्याम से
मौहब्बत करो “श्याम” से,फरेब की जरूरत नही पड़ेगी!माफ करेगा लाखो गुनाहकहने की जरूरत नही पड़ेगी ….चार दिन गायब हो कर देख लो आपका नामतक भूल जायेंगे, हम सभी ऐसा सोचते है कि हमाराबहुत महत्व है, लेकिन हकीकत तो ये है कि आपकेहोने या ना होने से किसी को कुछ फर्क नही पड़तामुश्कराते रहिये हसते रहिये…
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कितना प्यार करते हैं श्याम
कितना प्यार करते हैंश्याम तुमसे कहना नहीं आताबस इतना जानते हैंबाबा तुम्हारे बिना रहना नहीं आता…हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा ?जय श्री श्याम जी???
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राम कीन्ह चाहहिं सोइ होई
??????? राम कीन्ह चाहहिं सोइ होई।करै अन्यथा अस नहिं कोई॥ संभु बचन मुनि मन नहिं भाए।तब बिरंचि के लोक सिधाए॥ राम जो करना चाहते हैं, वही होता है,ऐसा कोई नहीं जो उसके विरुद्ध कर सके। जयश्रीराम??? सुप्रभात ??
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न मेरा कोई रूप ही है और न ही कोई अंत
???जय श्री राधाकृष्ण??? “मुझे प्रवेश करने के लिए किसी द्वार की आवश्यकता नहीं है,,न मेरा कोई रूप ही है और न ही कोई अंत,,मैं सदैव सर्वभूतों में व्याप्त हूँ,,जो मुझपर विश्वास रखकर सतत् मेरा ही चिन्तन करता है,,उसके सब कार्य मैं स्वयं ही करता हूँ और अंत में उसे श्रेष्ठ गति देता हूँ।” ? जय…
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कर्म से ही इंसान को पहचान मिलती है
कर्म से ही,इंसान को पहचान मिलती है!नाम का क्या है ?नाम तो लाखों लोगों केएक जैसे होते है …क्या खूब कहा है-?” आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को,सपनो के लिए तो ज़मी जरूरी है, सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा, जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है”. आपके शब्द हीआपकी…
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ज़िन्दगी एक प्रोजेक्ट हैं
ज़िन्दगी एक प्रोजेक्ट हैं!और ?रिश्ते एक टारगेट !वाइफ लेडी रिपोर्टिंग है!और ?औलाद इनसेंटिव!जवानी एक कमिटमेंट हैं!और ?बुढापा एचीवमेंट हैं!लेकिन मित्रता सैलरी हैं!और ?सैलरी को कोई कभी नहीं भूलता !जो वक़्त के साथ बढती ही जाती हैं ! जयश्रीराम?
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समुद्र को गुमान था की
“समुद्र’ को “गुमान” था की ‘दुनिया”को “डुबो” सकता हैं… इतने में “तेल” की एक “बूंद” आईऔर उसपर “तैर” के चली गई….. ???#सुप्रभात??????#जय_श्रीकृष्णा????
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चाँद पर पहुँचो या मंगल पर पहुँचो
चाँद पर पहुँचो या मंगल पर पहुँचो,या पहुँच जाओ सात समन्दर पार।जिन्दगी तब तक फीकी ही है,जब तक ना जाओ श्याम के द्वार।।??जय श्री श्याम जी ??
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