Mindblown: a blog about philosophy.
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शब्दो को कोई
? शब्दो को कोई भी स्पर्श नही कर सकता.. पर शब्द सभी को स्पर्श कर जाते है मीठे शब्दों की दो बूंद रिश्तों को पोलियो से बचाती है….! सुप्रभात ? ?
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समय कम है
समय कम है ! यही गम है ! जप ले नाम ! जब तक दम है ????
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न माँग कुछ जमाने से
??????????????????जय श्री राधे कृष्णा,,,✍? न “माँग” कुछ “जमाने” से ” ये” देकर “फिर” “सुनाते” हैं “किया” “एहसान” “जो” एक “बार” वो “लाख” बार “जताते” “हैं” “है” “जिनके” पास “कुछ” “दौलत” ” समझते” हैं “खुदा” हैं “हम” “माँग” “अपने श्याम ” प्रभु ” से “जहाँ” माँगने “वो” भी “जाते” है.. जय श्री श्याम…………… ✍?
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मन मंदिर मे बैठाकर तुझे
हे कृष्णा,,,, गोविंद……. “मन मंदिर मे बैठाकर तुझे, नित भाव की गंगा बहा दूँ। कुछ और देने को नही साँवरिया, बस भावों का भोग लगा दूँ।। तेरी मोहनी सूरत को साँवरिया, इस दिल मे समा लूँ। और जीवन को तेरे नाम के, फूलो से सजा दूँ।। ???????? ?कान्हा मेरी जिंदगी ?
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अपने मन को यदि भक्ति
???जय जय श्री राम??? अपने मन को यदि भक्ति का भवन बना लें, भगवान स्वयं आकर ठहर जाएँगे, हम सबका का जीवन धन्य हो जाएगा ॥ जय जय श्री सीताराम जय जय श्री हरि????
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सुनो कान्हा जी
??? ???? ? जय जय श्री राधे ? सुनो कान्हा जी ।।? जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर, तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ ??? ???? ? जय जय श्री राधे ??????????????????????????
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लाख जमाने भर की
लाख जमाने भर की डिग्रीयाँ हो हमारे पास, अपनों की आँखों से छलकते आँसू नहीं पढ़ पाये तो अनपढ़ हैं हम ??? सुप्रभात ???
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बड़ा मुश्किल काम दे दिया
बड़ा मुश्किल काम दे दिया किस्मत ने मुझको, कहती है तुम तो सबके हो गए, अब ढूंढो उनको जो तुम्हारे हैं !!!! ?? सादर सुप्रभात??
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सब्र की जड़े चाहे जैसी भी हो
“सुप्रभात…” ??? सब्र की जड़े चाहे जैसी भी हो, इसके फल सदैव मीठे होते हैं..!! ??? “शुभदिवस”
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जब आप पूजा नहीं कर
जब आप पूजा नहीं कर पाए तो यह मत कहो कि वक्त नहीं मिला..! बल्कि यह सोचो कि… ऐसा कौन सा काम किया, जिसकी वजह से.. भगवान ने तुम्हें आज अपने सामने खड़ा करना भी पसंद नहीं किया। ?? जय श्री श्याम ??
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