Mindblown: a blog about philosophy.
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शब्दों का और सोच का ही
जय जय श्री राम? ??शब्द और सोच?? “शब्दों” का और “सोच” का ही अहम किरदार होता है आपस की दूरियां बढाने में…… कभी हम “समझ” नहीं पाते हैं और कभी हम “समझा” नहीं पाते हैं… कोशिश करे “समझने” की कोशिश करे “समझाने” की
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जब आप पूजा नहीं कर
जब आप पूजा नहीं कर पाए तो यह मत कहो कि वक्त नहीं मिला..! बल्कि यह सोचो कि… ऐसा कौन सा काम किया, जिसकी वजह से.. भगवान ने तुम्हें आज अपने सामने खड़ा करना भी पसंद नहीं किया। ?? जय श्री श्याम ??
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दिल की धड़कन से
मेरे साँवरे….! दिल की धड़कन से एहसास तुम्हारा होता है थामे कोई हाथ तो वो हाथ तुम्हारा होता है चलती है हवाएँ तो वो प्यार तुम्हारा होता है मेरे प्यारे श्याम अब तो हर बात में जिक्र केवल तुम्हारा ही होता है….. ☆!! ખય શ્રી શ્યામ !!☆ श्याम प्रभु की करुणामयी कृपा आप और आपके…
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जीवन में धर्म की आवश्यकता है
जय क्षैत्रपाल बाबा की जीवन में धर्म की आवश्यकता है, धन की आवश्यकता है, मकान और मित्रों की आवश्यकता है तथा शत्रुओं की भी आवश्यकता है। जिसके जीवन में कोई शत्रु नहीं वह अभागा है। जिसके जीवन में कोई विरोध नहीं वह उन्नति से वंचित रह जाता है। अनुकूलता में विलास जगता है और प्रतिकूलता…
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कान्हा दिल लगाया आपसे
कान्हा दिल लगाया आपसे ,अब मरहम लगाइए कम से कम अपनी इक झलक तो दिखाइए हमने तो इशारों में सबकुछ बता दिया…. हमें इन नजरों से कुछ तो बताइए…..कान्हा ???????? ✨कान्हा मेरी जिंदगी ✨
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अज़ीज़ भी तू हैं
सांवरे अज़ीज़ भी तू हैं , मेरा नसीब भी तू हैं “…. ” दुनिया की भीड़ में, मेरे सबसे करीब भी तू हैं “….!! ” तेरे ही आशीर्वाद से ही चलती हैं ज़िन्दगी की डोर ” ” की… मेरा राम भी तू हैं, और मेरा श्याम भी तू हैं “….!! ??? जय श्री श्याम ???
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मटकी तोड़े माखन खाए
श्री कान्हा •••• मटकी तोड़े माखन खाए, फिर भी सबके मन को भाये ! राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये!! कंस को मारा मथुरा में, अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया! आदर दिया सुदामा को, और राधा को प्यार दिया!! राधे राधे जय श्री कृष्णा ???????
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झलक आपकी प्यारी है मुस्कन
सांवरे … झलक आपकी प्यारी है।।।मुस्कन जग सो न्यारी है।।।सिर्फ गोकुल वृंदावन नही प्यारे।।।।पूरी सृष्टि आप पे बलिहारी है।।।??
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मेरे श्याम अपने सीने से लगाकर
मेरे श्याम… अपने सीने से लगाकर मेरा गम दूर कर दे, तेरी चोखट से जुदा ना हो पाऊं इतना मजबूर कर दे। मेरी नस-नस में बस जाये नाम तेरा मैं किसी को ना देखूँ तू इतना मजबूर कर दे।। ।। जय श्री श्याम।।
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श्याम आज आपसे बस इतनी सी
“श्याम” आज आपसे… बस इतनी सी अरदास है मेरी किस्मत की किताब… जो आपके ही पास है। भर देना उसमें भी… खुशियों के रंग मुझे जो चाहिये… बस वो तेरा ही साथ है ।। ????जय श्री श्याम जी ????
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