Mindblown: a blog about philosophy.
-
करम की गठरी लाद के
करम की गठरी लाद के, जग में फिरे इंसान,!! जैसा करे वैसा भरे, विधि का यही विधान,!! कर्म करे किस्मत बने, जीवन का ये मर्म,!! प्राणी तेरे भाग्य में, तेरा अपना कर्म!! ? सुप्रभात ? ? राधे राधे ?
-
हर चीज वही मिल जाती है
शुभप्रभात ? हर चीज वही मिल जाती है, जहाँ वो खोयी हो, लेकिन, विश्वास वहाँ कभी नही मिलता, जहाँ एक बार खो जाता है…. ?…? ????…? “”..जो कल था उसे भूलकर तो देखों..”” “”…जो आज है उसे जीकर तो देखों..”” “”आने वाला पल खुद “संवर” जायेगा”” ??शुभप्रभात ?? ??Good Mornings??
-
कृष्ण जी की बाँसुरी लेती राधा नाम
??.जय श्री राधे कृष्णा.जी?.? ??.कृष्ण जी की बाँसुरी, लेती राधा नाम ! मधुवन आई राधिका , छोड़-छाड़ के काम?.? ??.जय श्री राधे कृष्णा.जी?.?
-
एक बार अयोध्या दो बार द्वारिका
एक बार अयोध्या, दो बार द्वारिका, तीन बार जा के त्रिवेणी में नहाओगे, चार बार चित्रकूट, नौ बार नासिक, बार बार जा के बदरीनाथ घूम आओगे, कोटि बार काशी, केदारनाथ, रामेश्वर गया, जगन्नाथपुरी , चाहे जहाँ जाओगे, होंगे प्रत्यक्ष दर्शन श्यामा श्याम के, वृंदावन सा कहीं आनँद नहीँ पाओगे, ????? ?शुभ संध्या? ?????
-
सब अपने जैसे ही लगते है
*??सब अपने जैसे ही लगते है, इस जहाँ में………माधो,* *लेकिन फिर भी न जाने क्यों सिर्फ … ओर सिर्फ तुम ही अपने लगते हो….. मेरे माधो !!??शुभ संध्या…!*..
-
एक तो मेरे बांके बिहारी
????।। राधे राधे जी।।???? एक तो मेरे बांके बिहारी,दूजी राधे सरकार मेरे , दो ही रिश्तेदार एक बजावे मधुर मुरलियां दूजी करे भवपार मेरे दो ही रिश्ते दार। ????।। राधे राधे जी।।???? ?????????????????
Got any book recommendations?