Mindblown: a blog about philosophy.
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ज़िंदगी सड़क की तरह हैं
ज़िंदगी सड़क की तरह हैं, यह कभी भी सीधी नहीं होती. कुछ दूर बाद मोड अवश्य आता हैं. इसलिए धैर्य के साथ चलते रहिए आपकी ज़िंदगी का सुखद मोड़ आपका इंतज़ार कर रहा हैं..!! 〽?? मुस्कुरा कर चलते रहिए..!! ?? सुप्रभात?? ??आप का दिन शुभ हो??
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अर्जून ने कृष्ण से पुछा
अर्जून ने कृष्ण से पुछा, ” ज़हर क्या है “? कृष्ण ने बहुत सुन्दर जबाब दिया. ” हर वो चीज़ , जो ज़िन्दगी में, आवश्यकता से अधिक होती है, ? वही ” ज़हर ” है❗ फ़िर चाहे वो ताक़त हो, धन हो, भूख हो, लालच हो, अभिमान हो, जरुरत से ज्यादा, जहर के समान ही…
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जिंदगी मे हमेशा सबकी कमी बनो
??जिंदगी मे हमेशा सबकी “कमी”बनो, पर कभी किसी की “जरुरत” नहीं, क्यूंकि “जरुरतें “तो हर कोई पूरी कर सकता हैं, पर किसी की ” कमी ” कोई पूरी नहीं कर सकता।। ??जीवन का सार ही खुश रहना है?? ??आप का दिन शुभ हो??
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दुखी रहना है तो सब मे कमी खोजो
???सुप्रभात??? ?”दुखी”रहना है तो, सब मे कमी खोजो, और “प्रसन्न” रहना है, तो सब मे “गुण” खोजो.! विचारों को पढ़कर बदलाव नही आता है, विचारों पर चलकर ही बदलाव आता है…? ??आप का दिन शुभ हो??
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कड़वी गोलियाॅं चबाई नहीं निगली जाती हैं
*कड़वी गोलियाॅं चबाई नहीं,* *निगली जाती हैं”** *उसी प्रकार जीवन में…* *अपमान, असफलता, धोखे जैसी* *कड़वी बातों को सीधे गटक जायें* , *उन्हें चबाते रहेंगे,* *यानि याद करते रहे…तो* *जीवन कड़वा ही होगा।* ? *प्रणाम सुप्रभात* ?
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एक ऐसा शहर
वृन्दावन….. एक ऐसा शहर, जो कभी नहीं देखता कि कौन है, किसकी कैसी जिंदगी और जिन्दगानी है ये अपने रंग में रंगी एक कहानी लिख देता है सबके जीवन में..!! …….ये वृन्दावन आशिकों का शहर है, जहाँ सब अपने प्यारे कन्हैया के इश्क़ में मशगूल हैं ???मेरो वृन्दावन??? ??जय श्री कृष्णा??
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ये वृन्दावन है
ये वृन्दावन है, ये किसी को बुलाता नहीं, न किसी के साथ जाता है, इसका एक अमोघ सम्मोहन पाश है, जो हर किसी को अपनी ओर खींच लेता है, और एक बार जो इस पाश में बंध गया, कमबख्त फिर वो यहीं का होकर रह गया..!!❤ ???मेरो वृन्दावन??? ??जय श्री कृष्णा??
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सुबह की नींद इंसान के इरादों को
?सुप्रभात? सुबह की नींद इंसान के इरादों को कमज़ोर करती है…मंज़िलों को हाँसिल करने वाले कभी देर तक सोया नहीं करते..।वो आगे बढ़ते है जो सूरज को जगाते है,वो पीछे रह जाते हैं जिनको सूरज जगाता है.।मुझे किसी की जरूरत नहीं है -‘यह अहम है।सबको मेरी जरूरत है – यह ‘वहम’ है। आपका दिन मंगलमय…
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तुम मेरे दिल की किताब का वो खूबसूरत
सांवरिया? तुम मेरे दिल की किताब का वो खूबसूरत पन्ना हो जिसे लाख कोशिश के बावजूद भी मैं पलट नहीं पाया ??जय श्री कृष्णा??
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तुझ् से अच्छा कोई लगता ही नहीं
मेरे साँवरे…❤ तुझ् से अच्छा कोई लगता ही नहीं तेरे सिवा कोई और जंचता ही नहीं… कैसे पलकों को उठा लू मैँ तेरे चेहरे से, तुझ को देखे बिना जी भरता ही नहीं…? ?जय श्री कृष्णा?
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