Mindblown: a blog about philosophy.
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ऐसी कोनसी घड़ी है
ऐसी कोनसी घड़ी है, जब उसने संभाला न हीखाटू दूर है भले, लेकिन खाटू वाला नहीमुझे तेरा साथ बाबा,*जिंदगी भर नहीं चाहियेबस जब तक तुम साथ हो,तब तक ही जिंदगी चाहिये?*।।जय श्री श्याम।।?हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा ?
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इन चरणन पे शीश धरे
?????इन चरणन पे शीश धरे , जगत को पालनहार ,,,,उन चरणन से श्रीराधे , कर मेरो भी उद्धार ।जिन चरणन की चाह में , भटके बृजराज कुमार ,,उन चरणन पे लाडली , मैं तो जाऊँ बलिहार ।।हे लाडली कृपा करो ,,,,,???????राधे राधे✍️?? ??✍️
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जहां प्रेम होता हैं
?☘️?☘️?☘️?☘️?☘️?☘️?जहां प्रेम होता हैंवही सागर बहता हैप्रभू भी वहीं बसते हैं और ..वहां रिश्ते भी अपने आप ही बन जाते हैंये प्रेम ही तो है जो..हम आपको रोज याद करते हैंक्योंकि मनुष्य के जीवन मेंप्रेम ईश्वरीय देन हैअतः, प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं? शुभ प्रभात ?
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किसी इंसान के आज
किसी इंसान के आज को देखकरउसके भविष्य का मजाक मत उड़ाओक्योकि समय में इतनी शक्ति है किवो कोयले को धीरे-धीरे हिरे में बदल देता हैसमय जब फैसला करता है तबगवाहों की जरूरत नहीं होती..!! जयश्रीराधे_कृष्ण
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जो पिता के पैरों को छूता है
जो पिता के पैरों को छूता हैवो कभी गरीब नहीं होता। जो मां के पैरों को छूता हैवो कभी बदनसीब नही होता। जो भाई के पैराें को छूता हैवो कभी गमगीन नही होता। जो बहन के पैरों को छूता हैवो कभी चरित्रहीन नहीं होता। जो गुरू के पैरों को छूता हैउस जैसा कोईखुशनसीब नहीं होता…….…
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कपड़े से छाना हुआ पानी
सुप्रभातम ?कपड़े से छाना हुआ पानी,स्वास्थ्य ठीक रखता है और विवेक से छानी हुई वाणी,संबंध को ठीक रखती है । भले ही शब्द को कोई स्पर्श नहीं कर सकता,पर शब्द सभी को स्पर्श कर जाते है।गुणों के सहारे ही व्यक्ति सफल हो पाता है,मगर विनय और विवेक साथ हो तो शिखर छू जाता है!
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राधा कृष्ण स्त्री पुरुष नहीं हैं
??आज का विचार???????~~राधा–कृष्ण स्त्री–पुरुष नहीं हैंहमारी तरहसे कर्मसे पैदा होनेवाले पांचभौतिक देहधारी जीवनहीं हैं।वे साक्षात सच्चिदानंद-घनस्वरूप हैं और एक ही लीलाके लिए दो रूपोंमें अभिव्यक्तहै।राधा श्रीकृष्णकी स्वरूपभूताशक्ति हैं।राधा श्रीकृष्ण हैं औरश्रीकृष्ण ही राधा हैं।राधा ईश्वरहै।राधा कृष्ण स्त्री पुरुष भी है,पति-पत्नी भी है,प्रकृति पुरुषभी है,पुरुषोत्तम भी हैं,दोनों एकही हैं,दोनों की महिमा को कौनजान सकता हैं।श्री राधा…
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दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व को
सुप्रभात दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व कोपरिभाषित करते हैंएक हमारा धीरजजब हमारे पास कुछ न होदूसरा हमारा व्यवहारजब हमारे पास सब कुछ होमनुष्य के हृदय में सच्ची मानवता होतो सोच हमेशा यही होगी किमुझे मिला हुआ दुःखकिसी को नही मिले औरमुझे मिला हुआ सुख सबको मिलेकुँए में उतरने के बाद बाल्टी झुकती हैलेकिन झुकने के बादभर…
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तेरी सांवरी सलोनी सूरत
ने. ?¸.•“”•.¸ ??? ¸.•“”•.¸ ?? #राधाश्यामकीदीवानी? ?#मेरेश्यामसलोनेसखा???#मेरे_साँवरे ????तेरी सांवरी सलोनी सूरतने पागल बना दिया,,,,,छोटे से दिल को मेरेअपना दीवाना बना दिया????❣️ ??बस गई आँखों में ये मनमोहक छवि तेरी,,,,,,,तेरी नटखट अदाओ नेघायल बना दिया❣️?????? ??न कर इतना प्यार मेरे श्याम तू मुझको,,,,,,,तेरे इस प्यार ने ही मुझकोजीने का सहारा बना दिया???? ?❣️खुशनसीब हूं मैं जो…
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नही आता मांगना तो
नही आता मांगना तो, खाली हाथ हीं फैला दीजिए ये जो खाटू वाला है ना, वह बन्द लबों की भाषा भी सुनता है? जय श्री श्याम सभी को?….
Got any book recommendations?