Mindblown: a blog about philosophy.

  • यह नाम प्रेम का सार श्रीराधा श्रीराधा

    यह नाम प्रेम का सार श्रीराधा श्रीराधा चल बाँवरी नाम उच्चार श्रीराधा श्रीराधा ??? कब तक भव सिन्धु डोले तेरी नाव खाए हिचकोले अब पकड़ एक पतवार श्रीराधा श्रीराधा हो भव सिन्धु से पार श्रीराधा श्रीराधा ??? रही जन्म जन्म से निर्धन यह नाम ही है सच्चा धन यही करे अब तेरा उद्धार श्रीराधा श्रीराधा…

  • श्याम ही मीत है श्याम ही प्रीत है

    श्याम ही मीत है श्याम ही प्रीत है श्याम ही जीवन है श्याम ही प्रकाश है श्याम ही सांस है श्याम ही आस है श्याम ही प्यास हैै श्याम ही ज्ञान है श्याम ही ससांर है श्याम ही प्यार है श्याम ही गीत है श्याम ही संगीत है श्याम ही लहर है श्याम ही भीतर…

  • बस जाएँ हम वृन्दावन में

    ?बस जाएँ हम वृन्दावन में, ऐसी तो मेरी औकात नहीं? ?अगर राधा रानी कृपा करदे, फिर मुश्किल कोई बात नहीं? ?वृन्दावन में जो दिन गुजरे, वो दिन सबसे अच्छा है?। ?बरसाना में रात जो गुजरे, उससे बेहतर कोई रात नहीं? ?काश मेरा घर तेरे धाम होता कन्हा, मोहब्बत मेरे नसीब में ना सही दिदार तो…

  • ये दबदबा ये हुकूमत ये नशा

    ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा, ये दौलतें… सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं.. मुस्कुराहट, अपनापन, स्वभाव ये सब अपने है जनाब ……… इनसे ही हम सब फलते फूलते है। ??शुभप्रभात??

  • ॐ श्री गणेशाय नमः

    . ⚜ ?? ??? ???? ??????? ?? ? ?? ? ? ? ? ? ⚜ ? ? ? ? ? ? ?? ?? ?? ? ? ? ? ? ? ? ?? सुप्रभात जी?? ??ॐ श्री गणेशाय नमः ?? ??ॐ श्री गुरुदवे नमः ?? ॐनमःशिवाय…?????

  • सुबह की अरदास

    ?सुबह की अरदास? ऐ मेरे मालिक?? ?? !!! आशीर्वाद की वर्षा करते रहो खाली झोलियां सबकी भरते रहो???? तेरे चरणों में सर को झुका ही दिया हैं??‍♀ गुनाहों की माफ़ी ऒर दुःखों को दूर करते रहो ?शुक्र है मालिक तेरा शुक्र है शुक्र है? ? सु-प्रभात ? ???????? ?????

  • साँवरिया अपने सीने से लगा कर

    ????????? साँवरिया अपने सीने से लगा कर, मेरे गम दुर करदो..! तुमसे जुदा ना हो पाऊं श्याम , इतना मजबूर करदो..!! मेरी नस नस में बस जाये प्यार तुम्हारा, मै कीसी को ना देखुं तुम इतना मजबूर करदो..!!! ?? जय श्री राधे कृष्णा जी ?? प्रेम से कहिये श्री राधे ?? ?????????

  • यक़ीन करना सीखो शक तो सारी दुनिया

    ????????? यक़ीन करना सीखो.. शक तो सारी दुनिया करती है…! . जिन्दगी जब देती है, तो एहसान नहीं करती और जब लेती है तो, लिहाज नहीं करती दुनिया में दो ‘पौधे’ ऐसे हैं जो कभी मुरझाते नहीं और अगर जो मुरझा गए तो उसका कोई इलाज नहीं। पहला – ‘नि:स्वार्थ प्रेम’ और दूसरा – ‘अटूट…

  • जब से पकड़ा तूने हाथ मेरा

    ??????? ऐ मेरे श्याम:- जब से पकड़ा तूने हाथ मेरा, ज़िन्दगी खुशहाल हो गयी, दौलत मिली मुझे तेरा नाम की, ओर तेरे प्रेमियो के बीच मेरी पहचान बन गयी …… !! ??????? ?जय श्री श्याम? ॐ श्री श्याम देवाय नमः

  • पहले उपर वाला किताब लेकर बैठता था

    पहले उपर वाला किताब लेकर बैठता था, इसीलिये हिसाब अगले जन्म में होता था। पर अब वो भी लैपटाप लेकर बैठता है, इसीलिए हिसाब, इसी जन्म में हो जाता है।। ??सभंलकर कर्म करे?? “प्रभु से मत कहो, समस्या विकट है, समस्या से कह दो,प्रभु मेरे निकट हैं।” ????सुप्रभातं????

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