Mindblown: a blog about philosophy.

  • चलें आओ अब कहाँ गुम हो

    ?? ? हे कान्हा… चलें आओ ..अब कहाँ गुम हो, कितनी बार कहू… मेरे दर्द की दवा सिर्फ तुम हो..!! धन्य हे तेरी बासुरी, जो चखती है तेरे “अधरामृत” को…. व्याकुल कंठ मेरा तरसे, जो तेरे “चरणामृत” को…!! ?? जय श्री ? राधे राधे जी ??

  • उस हसीन राह से गुजरकर देखते हैं

    राधे,,,,,सुनो ना???? उस हसीन राह से गुजरकर देखते हैं, चल इश्क़ की राह पर चलकर देखते हैं !! ???? क्यूं कहते हैं कि मोहब्ब़त गुनाह है, चल हम भी यह गुनाह करकर देखते हैं !! ???? कितना हसीन होगा मोहबत का सफर, चल इश्क़ के दरिया में उतर कर देखते हैं !! ???? सुना है…

  • गजाननं भूतगणाधि सेवितम्

    “गजाननं भूतगणाधिपति सेवितम्। कपित्थ जम्बुफल चारु भक्षणम्।। उमासुतं शोकविनाश कारकम्। नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।।” जहाँ कोई नहीं पहुँच सकता, किसीकी शक्ति सहायक नहीं होती, वहाँ ईश्वरकी कृपा अनायास पहुँचती है और सहायता करती है।” ?? “श्रीगणेश”??

  • कान से सुनो बाबा के भजन

    कान से सुनो बाबा के भजन मुह से करो बाबा का गुणगान नेनौ से करो श्याम का दर्शन मन से करो खाटू वाले का ध्यान ?? फिर देखो इन होठो की मुस्कान ? ??जय श्री श्याम जी??

  • ओ मेरे बांके बिहारी जी

    ????????? ?? ओ मेरे बांके बिहारी जी ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी तुझे ही देखने की चाहत रहती है बोलिये बांके बिहारी लाल की जय ?????? ?? श्री राधे राधेय्य्य्य्य् ?? ?????????

  • आदि तुम्ही अनादि तुम्ही

    ?हे कान्हा? आदि तुम्ही अनादि तुम्ही तुम्ही अनंत का सार हो रग रग मे बहता लहू हो तुम जीवन की रसधार हो साज तुम्ही श्रृंगार तुम्ही तुम ही जीवन का आधार हो ह्रदय तुम्ही धडकन तुम्ही तुम ही मेरा सच्चा प्यार हो ।। ❤?? Զเधे Զเधे??❤

  • तू ही मंजिल है इस जीवन का

    जय हो मेरे बांके बिहारी लाल की ????? ?तू ही मंजिल है इस जीवन का… ?तेरे चरणों में हो बस ठिकाना… मुसाफिर था…मुसाफिर हूँ मैं… ?बस बना रहे तेरे वृन्दावन में आना जाना… ???? ???☘?हरिबोल जय श्री राधे राधे ????

  • तेरी कृपा की आस में हूँ मैं

    ?जय श्री श्याम? तेरी कृपा की आस में हूँ मैं…. हे कृपालधारी…. मुझको भी बतला दे अब तू….अपनी लखदातारी…. थोड़ी सी अनुकम्पा मुझपे….हे दीनानाथ कर दे…. ले ले मुझे शरण मे अपनी….खुशियों से झोलियाँ भर दे….❣

  • आँखें भी मेरी पलकों से

    ?? सुनो…… मेरे बिहारी जू…….. आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती हैं, हर वक़्त आपको ही बस याद करती हैं, जब तक ना कर लें दीदार आपका, तब तक वो आपका इंतज़ार करती हैं। ?? श्री राधे राधे ??? ??????????????????

  • दीदार की आग

    ? मेरे सावारियाँ…. ??दीदार की आग, जब दिल में भड़कने लगती है..! ??तुझे देखने को, मेरी आँखें तरसने लगती हैँ..! ??बादलों के बरसने, का हमें इंतजार नहीं रहता है..! ??तेरी याद में ये आँखें, खुद ही बरसने लगती है…! Jai shree krishna???

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