Tag: krishna bhakti status in hindi
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ले चल अपने साथ सांवरिया
ले चल अपने साथ सांवरिया ये दुनिया ना मेरी है बना जिस्म तो मिट्टी का मगर रूह ये तेरी है तेरे बिन कोई नही जिंदगी हर एक सांस अधूरी है अब तो आ जा साँवरिया मिलना तेरा जरूरी है तू मुझसे तो नही है मेरी ही मगरूरी है मेरी मेरी मिटा दे साँवरिया फिर तेरी…
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साँवरे कसूर है मेरी आँखों का
साँवरे कसूर है मेरी आँखों का जो आपको देख नहीं पाती, वरना आप तो उनको भी नज़र आते हो जिनकी आँखें ही नही होती. ?जय श्री कृष्णा ?
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मे न गजल लिखता हूँ
सांवरिया❣ मे न गजल लिखता हूँ बस तेरे गीत गुनगुनाता हूँ … दिल की कहते हुऐ तेरे दिल ही मे उतर जाता हूँ … प्यार बेहद है मुझे तुझसे सांवरे गुनाह यही ..कि?? प्यार करते हुए मैँ हद से गुजर जाता हूँ, ???जय श्री कृष्णा???
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दिल में छिपी यादों से मैं सवारूँ तुझे
मेरे श्याम… दिल में छिपी यादों से मैं सवारूँ तुझे…. तू दिखे तो अपनी आँखों मै उतारू तुझे…. तेरे नाम को अपने लबों पर ऐसे सजाऊ, गर सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे…. हरे कृष्णा…?????
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तेरे नाम ने और तेरी मोहब्बत ने
तेरे नाम ने और तेरी मोहब्बत ने, मेरी पहचान इस कदर बना दी है कान्हा | मैं किसी के पास से गुजरता हूँ, तो सभी मुझे ‘जय श्री कृष्णा’ कहते हैं || ???जय श्री कृष्णा???
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खुश रहकर गुजारो
*✍खुश रहकर गुजारो, *तो मस्त है जिदंगी, *दुखी रहकर गुजारो, *तो त्रस्त है जिंदगी, *तुलना में गुजारो, *तो पस्त है जिंदगी, *इतंजार में गुजारो, *तो सुस्त है जिंदगी, *सीखने में गुजारो, *तो किताब है जिंदगी, *दिखावे में गुजारो, *तो बर्बाद है जिदंगी, *मिलती है एक बार, *सद्कर्म में बिताओ जिदंगी, *जन्म तो रोज होते हैं,…
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नशा चढ़े प्रभु प्रेम का
!! नशा चढ़े प्रभु प्रेम का, बिसरे तन, मन, का भान !! !! सुख दुःख की चिन्ता नहीं, हर पल रहे कृष्ण का ध्यान !! !! कृष्ण तेरी मेरी प्रीत पुरानी , शक की ना गुंजाइश है !! !! रखना हमेशा चरणों में ही , छोटी सी ये फरमाइश है !! ?जय श्री कृष्ण?
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कभी साथ बैठो तो कहूँ कि दर्द क्या है
कभी साथ बैठो… तो कहूँ कि दर्द क्या है… अब यूँ दूर से पूछोगे… तो ख़ैरियत ही कहेंगे !!! मकानों के भाव यूँ ही नहीं बढ़ गए…दोस्तो, रिश्तों में पड़ी दरारों का फायदा बिल्डर उठा गए…!! सुख मेरा काँच सा था~ न जाने कितनों को चुभ गया..!!! आईना आज फिर रिशवत लेता पकडा गया, दिल…
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वृक्ष कभी इस बात पर व्यथित नहीं होता
वृक्ष कभी इस बात पर व्यथित नहीं होता कि उसने कितने पुष्प खो दिए; वह सदैव नए फूलों के सृजन में व्यस्त रहता है। जीवन में कितना कुछ खो गया, इस पीड़ा को भूल कर, क्या नया कर सकते हैं, इसी में जीवन की सार्थकता है । सुप्रभात ??
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जीवन में आधा दुःख
राधे राधे ☝जीवन में आधा ‘दुःखः’ गलत लोगों से ‘उम्मीद’ रखने से आता है❗ और बाकी का आधा दुःख ‘सच्चे’ लोगों पर “शक” करने से आता है । ?’शीशा’ कमज़ोर बहुत होता है मगर “सच” दिखाने से घबराता नहीं है ।। ???शुभ रात्रि???