Bhakti Status
एक चाहत होती है… अपनों के साथ जीने की, वरना पता तो हमें भी है …कि मरना अकेले ही है!” मित्रता एवं रिश्तेदारी *”सम्मान” की नही “भाव” की भूखी होती है… बशर्तें लगाव “दिल” से होना चाहिए “दिमाग” से नही. ?सुप्रभात ?