??? Զเधे Զเधे ???
तुम जीत गए मेरे कन्हैया
लो मैं तुमसे हार गयी |
अपना तन मन अपना जीवन
सब तुम पर वार गयी |
और कुछ आँख ना देखना चाहे कन्हैया
बस तेरी ही सूरत निहार गयी ||1||
.
तुझे याद करना ही वन्दना मेरी
लो मैं जीवन संवार गयी ||2||
तुम कितने सुंदर हो कन्हैया
अब मैं नज़र उतार गयी ||3||
????★????
??? Զเधे Զเधे ???
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