Category: सुप्रभात स्टेटस
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नव वर्ष विक्रम संवत 2079 के लिए अग्रिम शुभकामनाएं
New year पर 5 दिन पहले शुभकामनाएँ करते थे पर जब अपना हिन्दू नववर्ष आ रहा हे तो कोई क्यों नहीं शुभकामनाएँ भेज रहे होचलो अब हम भी शुभकामनाएँ देना शुरू करे। ?”रिद्धि दे, सिद्धि दे,वंश में वृद्धि दे, ह्रदय में ज्ञान दे,चित्त में ध्यान दे, अभय वरदान दे,दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर,…
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किस्मत की एक आदत है
??????????????? किस्मत की एक आदत है किवो पलटती जरुर है और जब पलटतीहै, तब पलटकर रख देती है।इसलिये अच्छे दिनों मे अहंकारन करो और खराब समय मेंथोड़ा सब्र करो……!!जब से मुझे पता चला है किऊपरवाला मेरे साथ है, तबसेमैने ये सोचना बंद कर दियाकि कौन मेरे खिलाफ है…???????????????
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ईश्वर सिर्फ प्रेम के आधीन है
✍?✨ईश्वर सिर्फ प्रेम के आधीन हैं!!✨वो सोने की लंका के नहीं, शबरी की कुटिया के आधीन हैं। वो सत्यभामा के वैभव के नहीं,राधा के भाव के आधीन हैं। वो उद्धव के ज्ञान के नहीं, गोपियों की भक्ति के आधीन हैं। वो दुर्योधन के भोग के नहीं, विदुर के भात के आधीन हैं।जय ?श्रीकृष्णा???☘️?श्री राधे राधे☘️???सुप्रभात…
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मांगी हुई खुशियों से
सुप्रभात मांगी हुई खुशियों से,किसका भला होता है,न डर रे मन दुनिया से,यहाँ किसी के चाहने से,नहीं किसी का बुरा होता है,मिलता है वही,जो हमने बोया होता है,कर पुकार उस प्रभु के आगे,क्योंकि सब कुछ उसी के बस में होता है?प्रातः वंदन?
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प्रत्येक सूर्योदय हर इन्सान को
प्रत्येक सूर्योदय हर इन्सान को यह प्रमाणदेता है,कि.. अंधकार कितना भी गहरा हो, कुछ क्षणबाद उजाला आही जाताहै! “जय श्री कृष्णा”?सुप्रभात?
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जहां प्रेम होता हैं
?☘️?☘️?☘️?☘️?☘️?☘️?जहां प्रेम होता हैंवही सागर बहता हैप्रभू भी वहीं बसते हैं और ..वहां रिश्ते भी अपने आप ही बन जाते हैंये प्रेम ही तो है जो..हम आपको रोज याद करते हैंक्योंकि मनुष्य के जीवन मेंप्रेम ईश्वरीय देन हैअतः, प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं? शुभ प्रभात ?
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जो पिता के पैरों को छूता है
जो पिता के पैरों को छूता हैवो कभी गरीब नहीं होता। जो मां के पैरों को छूता हैवो कभी बदनसीब नही होता। जो भाई के पैराें को छूता हैवो कभी गमगीन नही होता। जो बहन के पैरों को छूता हैवो कभी चरित्रहीन नहीं होता। जो गुरू के पैरों को छूता हैउस जैसा कोईखुशनसीब नहीं होता…….…
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कपड़े से छाना हुआ पानी
सुप्रभातम ?कपड़े से छाना हुआ पानी,स्वास्थ्य ठीक रखता है और विवेक से छानी हुई वाणी,संबंध को ठीक रखती है । भले ही शब्द को कोई स्पर्श नहीं कर सकता,पर शब्द सभी को स्पर्श कर जाते है।गुणों के सहारे ही व्यक्ति सफल हो पाता है,मगर विनय और विवेक साथ हो तो शिखर छू जाता है!
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दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व को
सुप्रभात दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व कोपरिभाषित करते हैंएक हमारा धीरजजब हमारे पास कुछ न होदूसरा हमारा व्यवहारजब हमारे पास सब कुछ होमनुष्य के हृदय में सच्ची मानवता होतो सोच हमेशा यही होगी किमुझे मिला हुआ दुःखकिसी को नही मिले औरमुझे मिला हुआ सुख सबको मिलेकुँए में उतरने के बाद बाल्टी झुकती हैलेकिन झुकने के बादभर…
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नफरत को हजार मौके दो
??????? नफरत को हजार मौके दोकि वो प्रेम मे परिवर्तित हो जाये।।लेकिन प्रेम को एक भी मौका मत दोकि वो नफरत मे बदल जाये।।???????इंसानियत आदमी कोइंसान बना देती है ,लगन हर मुश्किल कोआसान बना देती है ।लोग यूँ ही नहीं जातेमंदिरों में पूजा करनेआस्था ही तो पत्थर कोभगवान बना देती है ।? सुप्रभात ????????